BSF जवान की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत,
अलीगढ़ जिले के थाना खैर क्षेत्र के गांव कीलपुर के रहने वाले एक बीएसएफ जवान की पश्चिम बंगाल के मालदा जिला स्थित बांग्लादेश बॉर्डर पर ड्यूटी के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में कनपटी पर गोली लगने से मौत हो गई. जून 2012 में बीएसएफ में भर्ती हुए 30 वर्षीय जवान नरेंद्र सिंह के द्वारा खुद को कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या किए जाने की सूचना अधिकारियों द्वारा परिजनों को दी.संदिग्ध हालत में जवान बेटे की गोली लगने से मौत होने की सूचना मिलते ही परिवार में मातम पसर गया.और गांव का माहौल गमगीन हो गया. बीएसएफ जवानों द्वारा मृतक जवान के पार्थिव शरीर को शनिवार को उसके गांव लाया गया.जहां गमगीन माहौल के बीच परिजनों ने मृतक जवान के पार्थिव शरीर को श्मशान घाट ले जाकर नम आंखों के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया.वही मृतक के चचेरे भाई ने अपने भाई की संदिग्ध मौत पर सवालिया निशान उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं.जिसके चलते परिजनों ने बीएसएफ के अधिकारियों द्वारा उनके जवान बेटे की मौत को लेकर र्दशायी सुसाइड नोट की रिपोर्ट को लेने से इंकार करते एक्चुअल रिपोर्ट दिए जाने की माग की वही परिजनों से मांग है कि मृतक जवान की मौत के बाद उसकी पत्नी और दो मासूम बच्चों समेत परिवार में बुजुर्ग मां-बाप है.जिनको सरकार की तरफ से फ्री चिकित्सा शिक्षा दिए जाने की मांग की है.
मृतक नरेंद्र सिंह ने जून 2012 मैं बीएसएफ फोर्स ज्वाइन की थी.नरेंद्र की मौत के बाद उसके पार्थिव शरीर को बीएसएफ के अधिकारियों द्वारा शनिवार को गांव लाया गया था. जहां जवान के पार्थिव शरीर को देखने और उसके अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों का सैलाब उसके घर पर उमड़ पड़ा. जिसके चलते गांव मैं मातम पसर गया. पति का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचते ही परिजनों मे कोहराम मच गया. जिसके बाद परिजनों द्वारा मृतक जवान के पार्थिव शरीर को श्मशान घाट ले जाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. बीएसएफ में भर्ती जवान पति की मौत के बाद उसकी पत्नी और उसके दोनों मासूम बच्चों कारो रो कर बुरा हाल है.