ओयो होटलों की आड़ में फल-फूल रहा देह व्यापार, पुलिस प्रशासन मौन
पुलिस की नाक के नीचे यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है।

ओयो होटलों की आड़ में फल-फूल रहा देह व्यापार, पुलिस प्रशासन मौन
पुलिस की नाक के नीचे यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है।
कई होटलों में तो आए दिन संदिग्ध युवक-युवतियों की आवाजाही बनी रहती है
संवाददाता पवन कमल
अलीगढ़। शहर में ओयो होटलों की आड़ में देह व्यापार का धंधा तेजी से फैलता जा रहा है। थाना रोरावर और लोधा क्षेत्र के कई ओयो होटल जिस्मफरोशी के अड्डे बने हुए हैं। हालत यह है कि शहर के बीचों-बीच हो रही इन गतिविधियों पर पुलिस-प्रशासन की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है
स्थानीय लोगों का कहना है कि होटल संचालकों की मिलीभगत के बिना इस तरह का धंधा संभव ही नहीं है। सूत्र बताते हैं कि ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर बिना किसी कड़े सत्यापन के युवक-युवतियों को कमरा उपलब्ध करा दिया जाता है। कमरे के भीतर होने वाली गतिविधियों से होटल मालिकों की जेब भरती है और कानून की धज्जियां उड़ती हैं।
कॉलेज के छात्र-छात्राएं भी शिकार
क्षेत्रवासियों का कहना है कि इन होटलों में अक्सर कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं को आते-जाते देखा जाता है। इससे समाज का वातावरण खराब हो रहा है। अभिभावक खास तौर पर चिंतित हैं कि युवाओं को बहकाकर इस धंधे में धकेला जा रहा है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
रोरावर और लोधा क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का आरोप है कि पुलिस की नाक के नीचे यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। कई होटलों में तो आए दिन संदिग्ध युवक-युवतियों की आवाजाही बनी रहती है, जिसे देखकर आम जनता असहज हो जाती है।
पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस की मौजूदगी में आखिर इतने बड़े पैमाने पर यह धंधा कैसे चल रहा है। क्या पुलिस की नजर से यह सब छिपा हुआ है या फिर मिलीभगत से इस गोरखधंधे को संरक्षण दिया जा रहा है?
कड़ी कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन और पुलिस से सख्त कदम उठाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगी तो शहर में अपराध बढ़ेगा और समाज का ताना-बाना बुरी तरह प्रभावित होगा।